चीन में चल रही शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की बैठक इन दिनों न केवल कूटनीतिक चर्चाओं बल्कि कुछ दिलचस्प पलों के कारण भी चर्चा में है। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ समेत 16 देशों के नेता हिस्सा ले रहे हैं। इस हाई-प्रोफाइल समिट के दौरान एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ की स्थिति कुछ असहज दिखाई दे रही है।
🤝 पुतिन से मिलने की 'बेताबी' ने खींचा ध्यान
वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि जब सभी नेताओं का ग्रुप फोटो सेशन चल रहा था, तब पुतिन और जिनपिंग आपस में बातचीत में व्यस्त थे। इसी बीच शाहबाज शरीफ, जो कि पास में खड़े थे, रूस के राष्ट्रपति से बातचीत की कोशिश करते नजर आए। वह अपने सीने पर हाथ रखकर एक औपचारिक मुद्रा में खड़े थे, मानो पुतिन उनकी ओर ध्यान दें और उन्हें बातचीत का मौका मिले।
जब फोटो सेशन खत्म हुआ, तब पुतिन वहां से निकलते हुए शरीफ के सामने से गुजरे। शरीफ ने हल्के से मुस्कान के साथ हाथ बढ़ाया और पुतिन ने शिष्टाचार में उनसे हाथ मिलाया। लेकिन यह सिर्फ एक औपचारिक हैंडशेक तक ही सीमित रहा, कोई संवाद नहीं हुआ। यह क्षण कैमरों में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की कूटनीतिक 'अनदेखी' के रूप में देखा जाने लगा।
🇵🇰 झंडे के आगे उज्बेकिस्तान!
शहबाज शरीफ का एक और वीडियो चर्चा का विषय बना, जिसमें वह गलती से उज्बेकिस्तान के झंडे के आगे खड़े हो गए, जबकि उन्हें अपने देश पाकिस्तान के झंडे के सामने खड़ा होना था। यह दृश्य स्टेज पर आयोजित सेशन के दौरान हुआ, जहां हर राष्ट्राध्यक्ष को उनके देश के झंडे के अनुसार स्थान निर्धारित किया गया था। इस सामान्य प्रोटोकॉल की चूक को लेकर भी सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना हो रही है।
📱 सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़
वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर शाहबाज शरीफ जमकर ट्रोल किए जा रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “पुतिन जानते हैं कि किसके साथ रिश्ते मजबूत करने हैं। मोदी से मुलाकात होती है, शरीफ को सिर्फ हाथ मिलाकर छोड़ दिया जाता है।”
दूसरे यूजर ने चुटकी ली, “भारत अमेरिका से टकरा गया, रूस के साथ खड़ा हो गया। फिर पुतिन पाकिस्तान की ओर क्यों देखेंगे?”
कुछ ने इस घटना को पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती बताया तो कुछ ने नेतृत्व की कमजोरी करार दिया।
🇮🇳 मोदी और पुतिन की 'केमिस्ट्री' फिर चर्चा में
इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन की कैमिस्ट्री भी चर्चा में रही। दोनों नेताओं को कई बार आपसी बातचीत करते, हंसी-मजाक करते और एक साथ चलते हुए देखा गया। जब पुतिन और मोदी साथ में शरीफ के सामने से गुजरे, तब भी उन्होंने उनसे बातचीत नहीं की, जो कैमरों की नजर से बच नहीं पाया।
🔚 निष्कर्ष
SCO शिखर सम्मेलन एक ऐसा मंच है, जहां क्षेत्रीय और वैश्विक संतुलन तय होते हैं। लेकिन इस बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के कुछ हाव-भाव और व्यवहारिक चूक सोशल मीडिया पर हावी हो गए। यह घटना न केवल कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान की स्थिति को दर्शाती है, बल्कि यह भी साफ करती है कि आज के अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की स्वीकार्यता और नेतृत्व की भूमिका कितनी मजबूत हो चुकी है।