OBC कोटा क्या है? UPSC रैंक होल्डर पूर्वा चौधरी पर दुरुपयोग का आरोप, वायरल दावों की सच्चाई

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Posted On:Monday, May 5, 2025

भारत में OBC (Other Backward Classes) को एक विशेष जातीय वर्ग माना जाता है, जो सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) जैसी सरकारी परीक्षाओं में OBC वर्ग के उम्मीदवारों को आरक्षण प्रदान किया जाता है। यह आरक्षण 27% तक होता है, यानी कुल सीटों का 27% हिस्सा OBC वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित रहता है।

OBC और क्रीमी लेयर का अंतर:

  • OBC (Non-Creamy Layer): ओबीसी के ऐसे उम्मीदवार जो क्रीमी लेयर से संबंधित नहीं होते, यानी जिनकी वार्षिक आय एक निर्धारित सीमा (जो हर साल बदलती रहती है) से कम होती है, वे आरक्षण का लाभ उठा सकते हैं।

  • क्रीमी लेयर: ओबीसी के वो लोग जिनका परिवार आर्थिक रूप से संपन्न होता है। ऐसे लोग आरक्षण के लाभ से वंचित रहते हैं, भले ही वे OBC वर्ग से ही क्यों न हों।

OBC कोटा का असर UPSC पर:

UPSC सिविल सेवा परीक्षा में OBC उम्मीदवारों को 27% आरक्षण का लाभ मिलता है, जो उनकी सफलता में मदद कर सकता है। इसके अलावा, OBC उम्मीदवारों को आयु में छूट (उम्र सीमा में 3 साल तक की राहत) मिलती है और उन्हें 9 प्रयास करने का मौका मिलता है, जबकि सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को केवल 6 प्रयास दिए जाते हैं।

OBC एनसीएल (Non-Creamy Layer) का फायदा:

  • OBC एनसीएल से संबंधित उम्मीदवार, जिनके पास आय प्रमाण पत्र है जो यह साबित करता है कि वे क्रीमी लेयर से बाहर हैं, उन्हें ओबीसी आरक्षण का लाभ मिल सकता है।

  • क्रीमी लेयर का मतलब है वे ओबीसी उम्मीदवार जो आर्थिक रूप से संपन्न परिवार से आते हैं और वे आरक्षण का लाभ नहीं ले सकते हैं।

पूर्वा चौधरी मामले में क्या हुआ?

पूर्वा चौधरी, जो UPSC 2024 की परीक्षा में 533 रैंक प्राप्त करने वाली उम्मीदवार हैं, ने अपने सफलता के लिए OBC कोटा का लाभ लिया था। इस कारण सोशल मीडिया पर उनके OBC प्रमाण पत्र को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया। आरोप यह लगाए गए कि उन्होंने OBC एनसीएल का लाभ लिया है, जबकि उनकी योग्यता इस श्रेणी में आने वाली नहीं है। इस आरोप के बाद, पूर्वा के पिता ने स्पष्ट किया कि उनकी बेटी ने सही तरीके से OBC प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किया है और इसमें कोई गड़बड़ी नहीं है।

उनके पिता ने यह भी बताया कि वे खुद 44 साल की उम्र में राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) में अधिकारी बने थे और इसलिए यह दावा किया गया कि उनकी बेटी ने गलत प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किया है, पूरी तरह से झूठ है।

निष्कर्ष:

  • OBC कोटा का लाभ सही तरीके से उन उम्मीदवारों को मिलना चाहिए, जो OBC एनसीएल श्रेणी में आते हैं और उनकी आय सीमा निर्धारित मानदंडों के भीतर होती है।

  • पूर्वा चौधरी की स्थिति पर फिलहाल विवाद है, लेकिन यह मामला उनके सही OBC प्रमाणपत्र के इस्तेमाल को लेकर चल रहा है।


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